मोती (Pearl / Moti) रत्न

मोती (Pearl / Moti) रत्न को वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा (Moon) से संबंधित माना गया है। चंद्रमा मन, भावनाएँ, मातृत्व, शांति, सौम्यता और कल्पनाशक्ति का कारक है। इसलिए मोती धारण करने से मानसिक और भावनात्मक जीवन में गहरा असर पड़ता है।

मोती धारण करने के लाभ

  • मानसिक शांति और तनाव मुक्ति – चंद्रमा मन का कारक है, इसलिए मोती धारण करने से चिंता, तनाव, अवसाद और अनिद्रा में राहत मिलती है।
  • आत्मविश्वास और धैर्य – निर्णय क्षमता में सुधार होता है और व्यक्ति भावनात्मक रूप से संतुलित रहता है।
  • दांपत्य और पारिवारिक सुख – पति-पत्नी के बीच प्रेम, सामंजस्य और घर-परिवार में शांति बनाए रखता है।
  • स्वास्थ्य लाभ – हृदय रोग, रक्तचाप, नींद की समस्या, पाचन और महिलाओं की बीमारियों में सहायक।
  • मातृ सुख – माता के स्वास्थ्य में सुधार और मातृ कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी।
  • आध्यात्मिक उन्नति – साधना, भक्ति, करुणा और भावनात्मक संवेदनशीलता में वृद्धि करता है।
  • सौम्यता और आकर्षण – मोती पहनने से व्यक्तित्व में कोमलता, सौम्यता और आकर्षण आता है।
  • विद्यार्थियों और कलाकारों के लिए उपयोगी – ध्यान, स्मरण शक्ति और कल्पनाशक्ति को प्रबल करता है।

सावधानियाँ

  • मोती धारण करने से पहले कुंडली में चंद्रमा की स्थिति देखना आवश्यक है।
  • मातृ सुख – माता के स्वास्थ्य में सुधार और मातृ कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी।
  • आध्यात्मिक उन्नति – साधना, भक्ति, करुणा और भावनात्मक संवेदनशीलता में वृद्धि करता है।
  • सौम्यता और आकर्षण – मोती पहनने से व्यक्तित्व में कोमलता, सौम्यता और आकर्षण आता है।
  • विद्यार्थियों और कलाकारों के लिए उपयोगी – ध्यान, स्मरण शक्ति और कल्पनाशक्ति को प्रबल करता है।

सावधानियाँ

  • मोती धारण करने से पहले कुंडली में चंद्रमा की स्थिति देखना आवश्यक है।