गोमेद (Hessonite Garnet / Gomed) रत्न को वैदिक ज्योतिष में राहु ग्रह से संबंधित माना जाता है। राहु छाया ग्रह है और यह अचानक उतार-चढ़ाव, विदेशी संबंध, भौतिक सुख-सुविधाएँ, राजनीति, रहस्यमय विद्याएँ और मानसिक संतुलन पर प्रभाव डालता है। सही स्थिति में गोमेद धारण करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं और शुभ फल मिलते हैं।
गोमेद धारण करने के लाभ
- राहु दोष निवारण – राहु की महादशा, अंतर्दशा या राहु से जुड़ी अशुभ स्थिति (कुंडली में) को शांत करता है।
- मानसिक शांति – भ्रम, अनिद्रा, चिंता और मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
- राजनीति और समाज में सफलता – राजनीति, प्रशासन और सामाजिक क्षेत्र में प्रभावशाली व्यक्तित्व बनाने में सहायक।
- विदेशी संबंधों से लाभ – विदेश यात्रा, विदेशी नौकरी और इंपोर्ट-एक्सपोर्ट व्यवसाय में सफलता दिलाता है।
शत्रुओं पर विजय – गुप्त शत्रुओं, मुकदमेबाजी और विरोधियों से रक्षा करता है। - आर्थिक लाभ – अचानक धनलाभ, व्यवसाय में स्थिरता और करियर में प्रगति दिलाता है।
- रहस्यमय और गूढ़ विद्याओं में उन्नति – ज्योतिष, तंत्र, मंत्र, शोध और गूढ़ विद्या में सफलता।
- स्वास्थ्य लाभ – एलर्जी, पेट और वायुजन्य रोगों में आराम दिलाता है।
सावधानियाँ
- गोमेद बहुत प्रभावशाली रत्न है, इसलिए इसे पहनने से पहले कुंडली की गहन जाँच ज़रूरी है।
- यदि राहु अशुभ या पापकारी भाव में हो तो गलत धारण करने पर यह विपरीत प्रभाव भी दे सकता है।
- इसे प्रायः शनिवार या राहु काल में, चांदी या पंचधातु की अंगूठी में धारण किया जाता है।
